वह वाहक जिसमें डी.एन.ए निवेश्य को समाकलित करके उपयुक्त परपोषी में क्लोन किया जाता है अर्थात् उसकी बहुत-सी प्रतियाँ उत्पन्न करते हैं, क्लोनिंग वाहक कहे जाते हैं।
पुनर्योगज डी.एन.ए प्रौद्योगिकी में काम करने वाले विभिन्न वाहक निम्नलिखित हैं-
1. प्लास्मिड (Plasmid)—सामान्यतया जीवाणुओं में जीन परिचलन प्रविधि में प्लास्मिड्स को क्लोनिंग संवाहक के रूप में प्रयोग किया जाता है। प्लास्मिड्स अतिरिक्त गुणसूत्री स्वयं द्विगुणन करने वाले द्विरज्जुकी बन्द तथा वत्ताकार डी.एन.ए अणु होते हैं, जो जीवाणु कोशिका में पाए जाते हैं।
2. जीवाणुभोजी (Bacteriophage)-वे वाइरस जो जीवाणु को संक्रमित करते हैं, जीवाणुभोजी कहलाते हैं।
उदाहरण- लेम्डा व M13।
3. कॉस्मिड (Cosmid)-कॉस्मिड्स को संकर वेक्टर कहा जाता है। इनका विकास प्लाज्मिड्स से होता है। इनके COS स्थल फेज λ वाले होते हैं। इनकी खोज सर्वप्रथम कॉलिन्स तथा हॉन द्वारा किया गया।