परिवहन एवं संचार के साधन भारत की अर्थव्यवस्था में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इससे अर्थव्यवस्था को सकारात्मकता मिली है। परिवहन के साधन उपलब्ध रहने से कच्चे माल कारखाने तक एवं तैयार माल बाजार तक पहुँचाये जा सकते हैं। संचार के माध्यम राष्ट्रीय स्तर से लेकर सामाजिक स्तर तक शांतिपूर्ण माहील प्रदान करत हैं, जिसमें पुलिस एवं सांस्कृतिक परिवेश का भी सहयोग मिलता है। भारत एक विशाल भौगोलिक आकार एवं विविध संस्कृतियों वाला देश है, जिसे परिवहन एवं संचार के साधन एक-दूसरे को जोड़ने का कार्य करते हैं। यही नहीं, संचार के साधन सामाजिक-सांस्कृतिक स्तर को ऊँचा उठाने में भी योगदान देते हैं। भारत का पाकिस्तान, नेपाल एवं बांग्लादेश के साथ परिवहन संपर्क दो देशों के बीच की सामाजिक-सांस्कृतिक विकास का सुबक है। परिवहन एवं संचार साधनों के बिना किसी भी प्रकार की आर्थिक प्रक्रिया लगभग असंभव है। ये साधन हमारे जैविक पक्ष को प्रभावित करते हैं। वे साधन हमें जीवन से मृत्युपर्यन्त हमारा जीवन सवाँरते हैं।