हाइड्रोजन परमाणु के बोर-सिद्धांत (Bohr's theory) से हम जानते हैं कि जब इलेक्ट्रॉन उच्चतर कक्षा (higher orbit) n2 (ऊर्जा En2,) से निम्नतर कक्षा (lower orbit) n1 (ऊर्जा En1) में आता है तब विद्युत-चुंबकीय तरंगों के रूप में उत्सर्जित फोटॉन की ऊर्जा

यदि प्रकाशं का वेग c हो और उत्सर्जित विकिरण ऊर्जा का तरंगदैर्ध्य \(\lambda\) हो, तो

जहाँ \(1/ \lambda = \bar {v} ;\bar {v}\) को उत्सर्जित विकिरण ऊर्जा की तरंग संख्या (wave number) कहा जाता है, तथा \(R = \frac {me ^4}{8 \varepsilon ^2 _0h ^3}\) एक नियतांक है, जिसे रिडबर्ग नियतांक 23 (Rydberg constant) कहा जाता है।
उपर्युक्त व्यंजक में m इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान, e इलेक्ट्रॉन पर आवेश, ɛ0 मुक्त आकाश की परावैद्युतता (permitivity of free space), c प्रकाश का वेग तथा h प्लांक का स्थिरांक है।
रिडबर्ग नियतांक का SI मात्रक m¹ है तथा इसका सैद्धांतिक मानक 1.097000 × 107m-1 प्राप्त होता है।
रिडबर्ग नियतांक का यह सैद्धांतिक मान, प्रयोगात्मक मान से बहुत ही थोड़ा भिन्न है।