जब मटर वाले प्रयोग को अन्य विशेषकों के संदर्भ में दोहराया गया तो पता चला कि कभी – कभार F1 में ऐसा Phenotype आ जाता है जो किसी भी जनक से नहीं मिलता-जुलता और इनके बीच का सा लगता है। श्वान पुष्प (Snap Dragon) में पुष्प-रंग की वंशागति अपूर्ण प्रभावित को समझने के लिए अच्छा उदाहरण है। तद्रूप प्रजननी लाल फूलवाली (RR) और तद्रूप जननी सफेद फूल वाली (rr) प्रजाति के संकरण के परिणामस्वरूप F1 पीढ़ी गुलाबी फूलों (Rr) वाली प्राप्त हुई। जब इस F1 संतति को स्वयं परागित किया गया तो परिणामों का अनुपात 1(RR) लाल : 2 (Rr) गुलाबी : 1 (rr) सफेद था। अतः विपर्यासी लक्षणों के युग्म में, एक लक्षण दूसरे पर अपूर्ण रूप से प्रभावी होता है। यह घटना अपूर्ण प्रभाविता कहलाती है।