"विवटा कुटि निब्बुतो गिनि, अथ चे पत्थयसि पवस्स देव।" इस पालि गाथा का शुद्ध अनुवाद है
(A) अच्छी तरह कुटी छायी हुई है, अग्नि जल रही है, हे देव ! यदि तुम चाहते हो, तो (घर में) प्रवेश करो।
(B) अच्छी तरह कुटी छायी हुई है, अग्नि जल रही है। हे देव ! यदि तुम चाहते हो, तो बरसो।
(C) कुटी खुली हुई है, आग बुझ गई, हे देव यदि चाहते हो, तो बरसो।
(D) उपर्युक्त में से एक से अधिक
(E) उपर्युक्त में से कोई नहीं