प्रिय स्नेहा
तुम्हारा पत्र मिला। जानकर खुशी हुई कि तुमने अपने विद्यालय के वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। परिवार में माँ, बाबूजी और अन्य भाई-बहन व मुहल्ले के लोग भी तुम्हारी इस सफलता से प्रसन्न हैं।
हम सभी तुम्हारी मंगलकामना करते हैं। साथ ही आशा करते हैं कि तुम इसी प्रकार अपने बोर्ड की परीक्षा में अव्वल आओगी और हम सबों को गर्व प्राप्त करने का मौका दोगी। इसी के साथ पत्र की समाप्ति करता हूँ।
तुम्हारा बड़ा भाई
आशीष