इटली के एकीकरण में मेजिनी, कावूर और गैरीबाल्डी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। इस कार्य में उनके योगदान निम्नांकित रहे \(-\)
मेजिनी : मेजिनी इटली में राष्ट्रवादियों के गुप्त दल 'कार्बोनेरी' का सदस्य था। वह योग्य सेनापति होने के साथ-साथ राजतांत्रिक विचारों का समर्थक तथा साहित्यकार भी था। उसके लेखों तथा विलक्षण वक्तव्य से इटली के लोगों में उत्साह और राष्ट्रीयता की भावना विकसित हुई। 1930 ई. में नागरिक आंदोलनों के द्वारा उसने उत्तरी और मध्य इटली में एकीकृत गणराज्य स्थापित करने का प्रयास किया, किन्तु असफल रहने पर इसे इटली से पलायन करना पड़ा। 1848 ई. में मेटरनिख के पराजय के बाद मेजिनी ने पुनः इटली आकर इटली के एकीकरण का प्रयास किया किन्तु इस बार भी वह असफल रहा और उसे पलायन करना पड़ा।
कावूर : राजा विक्टर इमैनुएल के मंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में उसने सार्डिनिया की आर्थिक और सैनिक स्थिति सुदृढ़ की। 1859 में फ्रांस की सहायता से ऑस्ट्रिया को पराजित कर कावूर ने लोम्बार्डी पर अधिकार कर लिया। मध्य इटली स्थित अनेक यों को सार्डिनिया में मिला लिया गया। कावूर के प्रयासों से इटली के एकीकरण का महत्वपूर्ण चरण पूरा हुआ।
गैरीबाल्डी : अपनी 'लाल कुर्ती' और स्थानीय किसानों की सहायता से उसने 1860 में सिसली पर अधिकार कर लिया। बाद में उसने नेपल्स पर भी अधिकार कर लिया। इन्हें सार्डिनिया में मिला लिया गया। इस प्रकार, इटली के एकीकरण का द्वितीय चरण पूरा हुआ।