∵ q = 0, अतः गाउस की प्रमेय से,
ΦE = \(\int \overrightarrow E. \overrightarrow {dS} \) = 0
यह समीकरण यह नहीं बताता है कि \(\overrightarrow E\) का मान अवश्य ही गाउसीय पृष्ठ पर शून्य होगा। यह भी सम्भव है कि \(\overrightarrow E\) शून्य न हो, परन्तु पृष्ठ पर यह हर बिन्दु पर \(\overrightarrow {dS}\) के लम्बवत् हो, तब समाकलन \(\overrightarrow{\phi B} , \overrightarrow {dS}\) शून्य होगा।
इसका व्युत्क्रम सही है यदि गाउसीय पृष्ठ के सभी बिन्दुओं पर \(\overrightarrow E\) शून्य है, तब गाउस की प्रमेय से,
ϕɛ = \(\int \overrightarrow E . \overrightarrow{dS} = \frac{q}{\varepsilon_0}\)
⇒ q = 0
अत: गाउसीय पृष्ठ से बद्ध कोई आवेश नहीं है।