लम्बाई l की दो द्रव्यमानहीन डोरियों द्वारा एक उभयनिष्ठ बिन्दु से दो एकसमान आवेशित गोले लटकाये गये हैं, जो कि प्रारम्भ में दूरी d (d << l) पर अपने अन्योन्य विकर्षण के कारण हैं। दोनों गोलों से आवेश एक स्थिर दर से लीक होना प्रारम्भ करता है। इसके परिणामस्वरूप आवेश एक - दूसरे की ओर y वेग से गति करना प्रारम्भ करते हैं, तब दोनों के बीच दूरी x के फलन के रूप में है-
(A) v ∝ x-1/2
(B) v ∝ x-1
(C) v ∝ x1/2
(D) v ∝ x