यदि विभिन्न युगों के जीवाश्मों का अध्ययन किया जाए तो किसी खास वर्ग के जंतुओं के क्रम विकास का पता लगता है। जीवाश्म जंतुओं या पौधों के वे अवशेष हैं, जो पत्थरों में चिह्नित हो गए हैं। यदि इन जीवाश्मों को विभिन्न स्तरों से इकट्ठा करके देखा जाए तो पता चलेगा कि किस काल में किस प्रकार का जंतु या पौधा पृथ्वी पर मौजूद था ।
अवसादी शैल की उत्पत्ति कालांतर में स्तरों में बालू के जमा होने की क्रिया से होती है। इन स्तरों को भूवैज्ञानिक महाकल्पों में वर्गीकृत किया जाता है। वे महाकल्प इस प्रकार हैं \(-\)
(A) पुराजीवी महाकल्प (Paleozoic era) 50,00,00,000 वर्ष पहले
(B) मध्यजीवी महाकल्प (Mesozoic era) - 20,00,00,000 वर्ष पहले
(C) नूतनजीवी महाकल्प (Cenozoic era)- इसके निम्नांकित भाग हैं।
(i) तृतीय युग
(ii) चतुर्धातुक या नवीन 6,00,00,000 वर्ष पहले
(D) मानस महाकल्प या युग (Psychozoic era or age of man)