विषमांगी उत्र्रेरण (Heterogeneous Catalysis): जब उत्प्रेरकों एवं अभिकारकों की प्रावस्था भिन्न-भिन्न होती है तो इसे विषमांगी उत्प्रेरण (Heterogeneous catalysis) कहते हैं।
उदाहरण: (i) SO2 का ऑक्सीकरण (Oxidation of SO2 ): Pt की उपस्थिति में SO2 का SO3 में ऑक्सीकरण एक विषमांगी उत्प्रेरण का उदाहरण हैं।
यहाँ सभी अभिकारक गैसीय प्रावस्था में हैं एवं उत्प्ररेक ठोस में है।
(ii) हेबर प्रक्रम (Haber's Process): इस प्रक्रम में सूक्ष्म विभाजित लोहे की उपस्थिति में अमोनिया, नाइट्रोजन तथा हाइड्रोजन गैस के द्वारा बनती है।
यहाँ सभी अभिकारक गैसीय प्रावस्था में हैं एवं उत्प्रेरक डोस प्रावस्था में है।
(iii) ऑस्टवाल्ड प्रक्रम (Ostwald's Process): इस विधि में अमोनिया का नाइट्रिक ऑक्साइड में ऑक्सीकरण प्लैटिनम गेज की उपस्थिति में होता है।
यहाँ उत्प्रेरक ठोस प्रावस्था एवं अभिकारक गैसीय प्रावस्था में उपस्थित हैं।
(iv) वनस्पति तेलों का हाइड्रोजनीकरण (Hydrogenation of Vanaspati Oil): सूक्ष्म विभाजित निकिल उत्प्रेरक की उपस्थिति में वनस्पति तेलों का हाइड्रोजनीकरण होता है तथा वनस्पति घी का निर्माण होता है।
यहाँ एक अभिकारक द्रव तथा एक गैसीय प्रावस्था में है एवं उत्प्रेरक ठोस प्रावस्था में है।