संवेग संरक्षण का नियम न्यूटन के द्वितीय नियम के अनुसार यदि किसी वस्तु या निकाय पर कुल बाह्य बल लग रहा है तब उसके परिवर्तन की दर निम्न होती है:
\(\frac{\vec{dP}}{dt}=\vec{F}\)
यदि निकाय पर कुल बाह्य बल शून्य है, तब
\(\frac{\vec{dP}}{dt}=0\) या = नियतांक
अतः यदि किसी निकाय या वस्तु पर कुल बाह्य बल शून्य होता है तब उस निकाय का संवेग, परिमाण व दिशा में अपरिवर्तित रहता है। इसे संवेग संरक्षण या रेखिक संवेग संरक्षण का नियम कहते हैं।