मनुष्य कुछ उपकरणों एवं तकनीकों की सहायता से उत्पादन एवं निर्माण करता है जिसे प्रौद्योगिकी के नाम से जाना जाता है। मनुष्य प्रकृति के नियमों को बेहतर ढंग से समझने के पश्चात् ही प्रौद्योगिकी का विकास करता है, जैसे - घर्षण एवं ऊष्मा की संकल्पनाओं ने अग्नि की खोज में हमारा सहयोग किया। इसी प्रकार डी.एन.ए. तथा आनुवंशिकी के रहस्यों की समझ ने हमें अनेक बीमारियों पर विजय पाने के योग्य बनाया है।