मानव सभ्यता के प्रारम्भिक कालों में विश्व जनसंख्या अत्यन्त न्यून थी। लगभग 8000 से 12000 वर्ष पूर्व कृषि के उद्भव एवं प्रारम्भ के पश्चात् जनसंख्या का आकार बहुत छोटा था। लगभग 10,000 ई. पू. सम्पूर्ण विश्व की जनसंख्या लगभग 50 लाख थी। सन् 150 ई. में विश्व की जनसंख्या बढ़कर 25 करोड़ हो गयी। सन् 1650 ई. में विश्व जनसंख्या बढ़कर 50 करोड़ हो गयी। इस प्रकार स्पष्ट है कि सन् 150 में विश्व जनसंख्या 25 करोड़ थी जिसे दो गुना (50 करोड़) होने में 1500 वर्षों का समय लगा।
सन् 1804 में जनसंख्या बढ़कर 100 करोड़ हो गयी जिसे दुगना होने में मात्र 154 वर्ष का समय लगा। इसके पश्चात् से विश्व जनसंख्या के दो गुना होने की अवधि में तीव्र गति से गिरावट अनुभव की जा रही है। सन् 1927 में विश्व की जनसंख्या 200 करोड़ थी जो 123 वर्षों में दोगुनी हुई जो पुनः 47 वर्षों के पश्चात् सन् 1974 में दो गुनी (400 करोड़) हो गयी। वर्तमान में हो रही जनसंख्या वृद्धि दरों को दृष्टिगत रखते हुए यह सम्भावना व्यक्त की जा रही थी कि 400 करोड़ (सन् 1974) की विश्व जनसंख्या के दो गुना (अर्थात् 800 करोड़) होने में लगभग 51 वर्ष का समय लगेगा।