वर्गीकृत वन क्षेत्र के अन्तर्गत वह समस्त क्षेत्र सम्मिलित होता है जहाँ वन विकसित किए जा सकते हैं। भूराजस्व अभिलेखों में इसी परिभाषा को अपनाया गया है। वनों के अन्तर्गत वास्तविक क्षेत्र में वे समस्त क्षेत्र सम्मिलित होते है जहाँ वनों का अस्तित्व वास्तविक रूप में मिलता है। स्पष्ट है कि वर्गीकृत वन क्षेत्र के लिए यह आवश्यक नहीं है कि वहाँ वास्तविक रूप से वन मिलें। यही कारण है कि वर्गीकृत वन क्षेत्र के क्षेत्रफल में वास्तविक वन क्षेत्र की तुलना में वृद्धि होना स्वाभाविक है।