परती भूमि निम्नलिखित दो प्रकार की होती है:
1. वर्तमान परती भूमि
2. पुरातन परती भूमि
1. वर्तमान परती भूमि: वह भूमि जो एक कृषि वर्ष या उससे कम समय तक कृषि विहीन रहती है, वर्तमान परती भूमि कहलाती है। भूमि की गुणवत्ता कायम रखने के लिए भूमि को परती रखना आवश्यक होता है।
2. पुरातन परती भूमि: ऐसी कृषि योग्य भूमि जो एक वर्ष से अधिक लेकिन पाँच वर्षों से कम समय तक कृषि विहीन रहती है तो उसे पुरातन परती भूमि कहा जाता है।