छठी शताब्दी ई. पू. तक उत्तर तथा मध्य भारतीय क्षेत्र में सोलह महाजनपदों का उद्भव हो चुका था जिनमें मगध सबसे अधिक शक्तिशाली था। मगध के सबसे अधिक शक्तिशाली महाजनपद बनने के प्रमुख कारणों का विवरण इस प्रकार है
1. मगध तीन ओर से सुरक्षित पहाड़ियों से घिरा हुआ था।
2. मगध के मध्य से जीवनदायिनी गंगा तथा सोन नदी बहती थीं।
3. मगध की सीमाओं में प्रचुर मात्रा में खनिज सम्पदा विशेषकर लोहे की खानें थीं।
4. मगध महाजनपद को शक्तिशाली तथा महत्वाकांक्षी राजाओं की प्राप्ति हुई।
5. मगध शासकों ने अपनी कूटनीति तथा वैवाहिक सम्बन्धों से मगध को शक्तिशाली बनाया। इस प्रकार मगध महाजनपद को एक नहीं अपितु अनेक लाभदायक स्थितियाँ प्राप्त थीं जिसके कारण मगध महाजनपद ही शक्तिशाली महाजनपद बना।