पंचायती राज व्यवस्था के तीन स्तर निम्नलिखित हैं:-
(1) ग्राम पंचायत- ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत लोकतांत्रिक सरकार का पहला स्तर है। ग्राम पंचायत ग्राम सभा के प्रति जवाबदेह होती है क्योंकि ग्राम सभा के लोग ही उसको चुनते हैं।
(2) पंचायत समिति- ग्राम पंचायत के बाद, पंचायती राज व्यवस्था का, दूसरा स्तर विकास खंड का होता है। इसे पंचायत समिति कहते हैं। एक पंचायत समिति में कई ग्राम पंचायतें होती हैं।
(3)जिला परिषद- पंचायत समिति के ऊपर जिला परिषद होती है। यह तीसरा स्तर है। यह एक जिले के विकास की योजनाएँ बनाती है।