निम्नलिखित अपठित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और पूछे गए प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर उत्तर-पत्रक में चिह्नित कीजिए ।
पुस्तकालय वह विशाल ज्ञान-सिंधु है जिसमें विद्या की अक्षय निधियाँ मौजूद हैं जिनके अध्ययन मात्र से हमारा हृदय विशाल और उन्नत बनता है। पुस्तकालय शब्द का निर्माण पुस्तक + आलय दो शब्दों से हुआ है। अर्थात् पुस्तकों के लिए घर/पुस्तकालय में उपयोगी पुस्तकों का संग्रह किया जाता है; जिससे मनुष्य के उच्च चरित्र का निर्माण होता है, और जीवन की उन्नति होती है। इससे मनुष्य में स्वाध्याय की रुचि पैदा होती है और मस्तिष्क का विकास होता है।
1. मनुष्य के उच्च चरित्र निर्माण में सहायक हैं
(A) यात्राएँ
(B) पुस्तकें
(C) मनुष्य
(D) उपर्युक्त में से एक से अधिक
(E) उपर्युक्त में से कोई नहीं
2. विद्या की अक्षय निधियाँ कहाँ मौजूद होती हैं ?
(A) स्वाध्याय
(B) मस्तिष्क
(C) पुस्तकालय
(D) उपर्युक्त में से एक से अधिक
(E) उपर्युक्त में से कोई नहीं
3. स्वाध्याय में सहायक हैं
(A) जीवन की उन्नति
(B) मस्तिष्क
(C) पुस्तकालय
(D) उपर्युक्त में से एक से अधिक
(E) उपर्युक्त में से कोई नहीं
4. हमारा हृदय विशाल और उन्नत कैसे बनता है ?
(A) सामाजिक-राजनीतिक विकास से
(B) पुस्तकों के अध्ययन से
(C) विभिन्न रीति-रिवाजों के माध्यम से
(D) उपर्युक्त में से एक से अधिक
(E) उपर्युक्त में से कोई नहीं
5. 'ज्ञान सिंधु' का अर्थ है
(A) ज्ञान का सागर
(B) ज्ञान की नदी
(C) ज्ञान की व्यवस्था
(D) उपर्युक्त में से एक से अधिक
(E) उपर्युक्त में से कोई नहीं