वृद्धि (Growth)- जीवों के शरीर के भार. आकार एवं आयतन आदि में होने वाले अनुत्क्रमणीय परिवर्तनों को ही वृद्धि कहते हैं। मनुष्य में वृद्धि के लिए टेस्टोस्टेरॉन, थायमोसीन, एस्ट्रोजन आदि हार्मोन उत्तरदायी होते हैं।
परिवर्धन (Development)- निषेचित अण्ड से परिपक्व जीव बनने की क्रमिक प्रक्रिया को परिवर्धन (Development) कहा जाता है। मानव में भ्रूणीय विकास की प्रक्रिया में मॉरूला, ब्लास्टुला, तथा गैस्टुला अवस्था आती है, इसके पश्चात् तीन जनन स्तरों का निर्माण होता है। इन्हीं जनन स्तरों से शरीर के विभिन्न अंग निर्मित होते हैं ।