डायमण्ड में प्रत्येक कार्बन परमाणु पर `sp ^(3 )` संकरण होता है तथा C - C बन्ध में `sp ^(3 ) - sp ^(3 )` संकरित ऑर्बिटलों का अतिव्यापन होता है जबकि ग्रेफाइट में प्रत्येक कार्बन पर `sp ^(2 )` संकरण होता है। अतः इसमें C - C बंध में `sp ^(2 )- sp ^(2 )` संकरित ऑर्बिटलों का अतिव्यापन होता है। `sp ^(2 )` संकरित ऑर्बिटलों में `sp ^(3 )` संकरित ऑर्बिटलों की अपेक्षा अतिव्यापन अधिक होता है जिसके कारण `sp ^(3 ) - sp ^(3 )` बन्ध की अपेक्षा `sp ^(2 )-sp ^(2 )` बन्ध की दूरी कम होती है।