बूँद की त्रिज्या `(r)=2` मिमी `2xx10^(2)` मीटर
जल का घनत्व `(rho)=10^(3)"किग्रा/मीटर" ""^(3)`
बूँद का आयतन `(V)=4/3pir^(3)`
`=4/3xx3।14xx(2xx10^(-3))^(3)`
`=(4xx3।14xx8xx10^(-9))/(3)`
`=3।55xx10^(-8) "मीटर""^(3)`
बूँद का द्रव्यमान (m ) = आयतन `xx ` घनत्व
`=3।35xx10^(-8)xx10^(3)`
`=3।35xx10^(-5)` किग्रा
(जब बूँद पर लगने वाला कुल बल शून्य हो जाता है तब बूँद सीमान्त वेग प्राप्त करती है।)
बूँद पर लगने वाला गुरुत्व बल = बूँद का भार
`F=mg`
`=3।35xx10^(-5)xx9।8`
`=32।83xx10^(-5)`
`=3।28xx10^(-4)N`
यात्रा के पहले भाग में तय की गई दुरी
`S=H/2=500/2=250` मीटर
यातके के पहले अर्ध्द-भाग में गुरुत्वीय बल द्वारा बूँद पर किया गया कार्य,
`W=Fxxs`
`=328xx10^(-4)xx250`
`=820।00xx10^(-4)J`
`0।082J`
गुरुत्वीय बल यात्रा के दूसरे भाग में समान रहता है तथा तय की गई दुरी भी समान होती है।
`therefore` यात्रा के दूसरे अर्द्ध-भाग में गुरुत्वीय त्वरण द्वारा किया गया कार्य ltbrge यात्रा के पहले अर्द्ध-भाग में गुरुत्वीय बल द्वारा बूँद पर किया गया कार्य
`=0।082J`
यदि प्रारम्भ में बूँद विराम अवस्था में है,
तब प्रारंभिक वेग `(u)=0`
धरातल पर पहुँचने पर अंतिम वेग ` (v)=10` मीटर/सेकण्ड (दिया है)
`therefore` बूँद की गतिज ऊर्जा में परिवर्तन = अन्तिम गतिज ऊर्जा - प्रारंभिक गतिज ऊर्जा
`DeltaE_(k)=1/2mv^(2)-1/2m u^(2)`
`=1/2mv ^(2)-0`
`(becauseu=0,` अतः `1/2m u^(2)=0)`
`=1/2xx3।35xx10^(-5)xx(10)^(2)`
`=1।675xx10^(-3)J`
`=0।001675 J`
गुरुत्वीय बल द्वारा बूँद पर किया गया कुल कार्य
`W=0।082+0।082=0।164J`
यात्रा के दौरान प्रतिरोध बल द्वारा किया गया कार्य = गतिज ऊर्जा में परिवर्तन - गुटुत्वीय बल द्वारा किया गया कार्य त्रणात्मक है।