यदि पृष्ठ का कार्य फलन W तथा पृष्ठ पर गिरने वाले प्रकाश की तरंगदैर्घ्य `lambda` हो तब आइन्सटीन के प्रकाशवैधुत समीकरण के अनुसार , पृष्ठ से उत्सर्जित होने वाले प्रकाश - इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा
`E_(k)=hv-W=(hc)/(lambda)-W`
यहाँ `W=1.9 eV = 1.9 eV xx(1.6xx10^(-19)" जूल/eV")`
`=3.04xx10^(-19)` जूल तथा `lambda=5400 Å=5400xx10^(-10)` मीटर । `:. E_(k)=((6.6xx10^(-34))xx(3.0xx10^(8)))/(5400xx10^(-10))-(3.04xx10^(-19))`
`=(3.67xx10^(-19)" जूल")-(3.04xx10^(-19)" जूल")`
`=0.63xx10^(-19) ` जूल।
माना निरोधी वोल्टेज (stopping voltage) का मान `V_(0)` है ।
तब `E_(k)= eV_(0)`
यहाँ `e=1.6xx10^(-19)` कूलॉम ( इलेक्ट्रॉन का आवेश ) । अतः निरोधी विभव
`V_(0)=(E_(k))/(e)=(0.63xx10^(-19)" जूल")/(1.6xx10^(-19)" कूलॉम")=0.394` वोल्ट ।