`._(10)^(23)Ne` की `beta` क्षय समीकरण
`._(10)^(23)Ne overset(-beta)(to) ._(11)^(23)Na+._(-1)e^(0)+barvQ`
द्रव्यमान क्षति `(Deltam)=m(._(10)^(23)Ne)-m(._(11)^(23)Na)`
`=22.994466-22.989770`
`=0.004696u`
`Q=Deltamxx931=0.004696xx931=4.372MeV`
उत्सर्जित `beta` कण के इलेक्ट्रॉन की अधिकतम गतिज ऊर्जा `Q` मान के बराबर है
`E_(e)=Q=4.37MeV`
`._(10)^(23)Na` का नाभिक इलेक्ट्रॉन –न्यूट्रॉन से अधिक भारी है। व्यवहारिक रूप से उदगतिम ऊर्जा इलेक्ट्रॉन-न्यूट्रिनों युग्म के रूप में होती है। जब न्यूट्रिनों की ऊर्जा शून्य हो जाती है तब इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा अधिकतम होकती है अतः इलेक्ट्रॉन की अधिकतम गतिज ऊजा्र `4.374MeV` है।