यंग के द्वि - स्लिट प्रयोग में दोनों स्लिटों एक समान आयाम A तथा तरंगदैर्ध्य `lambda` की तरंगों के कला - संबद्ध स्त्रोत की भांति कार्य करती हैं। इसी व्यवस्था से एक-दूसरे प्रयोग में दोनों स्त्रोतों को उसी आयाम और तरंगदैर्ध्य के कला - असंबद्ध स्त्रोतों की भांति कार्य कराया जाता है। पहली स्थिती में पर्दे के मध्य बिंदु पर तीव्रता `I_(1)` तथा दूसरी स्थिति में `I_(2)` है। तब अनुपात `I_(1)//I_(2)` है -
A. 2
B. 1
C. 0.5
D. 4