Correct Answer - फिनोल, प-हाइड्रॉक्सी बैन्जेल्डिहाइड, सैलीसिलडिहाइड, o-हाइड्रॉक्सीबैन्जिल ऐल्कोहॉल, सैलिसिलिक अम्ल, ऐस्पिरिन
चूँकि यौगिक (A) धनात्मक लीबरमैन अभिक्रिया देता है अतः यह फिनोल होना चाहिए। पुनः (A) रीमर-टाइमैन अभिक्रिया देता है। तहा यह फिनोल ही होता चाहिए।
अन्तरा-अणुक, हाइड्रोजन आबंधन के कारण यौगिक I शिफ अभिकर्मक के साथ रंग उत्पन्न नहीं करेगा। अतः यौगिक I (C) होना चाहिए। यौगिक II(B) होना चाहिए। क्योंकि यह शिफ अभिकर्मक के साथ रंग उत्पन्न करता है।
शेष अभिक्रियाओं को निम्न प्रकार लिखा जा सकता है-
फिनोलिक समूह की उपस्थिति के कारण यौगिक (E) `FeCl_(3)` के साथ बैंगनी रंग उत्पन्न करता है। यौगिक (F) एस्प्रिन है जिसका प्रयोग दर्द -निवारक के रूप में किया जाता है।