एथिल का जलयोजन अम्ल की उपस्थिति में सीधे संभव नहीं है। अतएव ऐथीन को पहले सांद्र `H_(2)SO_(4)` में प्रवाहित किया जाता है और प्राप्त उत्पाद (एथिल हाइड्रोजन सल्फेट) को जल अथवा भाप के साथ उबला जाता है जिससे एथेनॉल प्राप्त होता है।
अभिक्रिया की क्रियाविधि निम्न है-
`H_(2)SO_(4) rarr H^(+) + overset(-)(O)SO_(2)OH`
`CH_(2)=CH_(2)+H^(+) rarr underset("Ethyl carbocation")(CH_(3)- overset(+)(C)H_(2)) overset(overset(-)(O)SO_(2)OH)(rarr) underset("Ethyl hydrogen sulphate")(CH_(3)CH_(2)-O-SO_(2)OH)`