लैक्टोज एन्जाइम बीता-गइलेक्टोसाइडेज के लिए क्रियाधर का कार्य करता है जो प्रचालक की सक्रियता के शुरू या निष्क्रियता समाप्ति को नियमित करता है। इसे प्रेरक कहते हैं। सबसे उर्पयुक्त कार्बन स्त्रोत ग्लूकोज की अनुपस्थिति में यदि जीवाणु के संवर्धन माध्यम में लैक्टोज डाल दिया जाता है तब पिरामिड की क्रिया द्वारा लैक्टोज कोशिका के अंदर अभिगमन करता है। B - गैलेक्टोसाइडेज (Lac operon) में B - Glactosidase namak एन्जाइम के संश्लेषण की क्रिया विधि अंतर्गत यह एन्जाइम लैक्टोज (Lactose) शर्करा का जल अपघटन गैलेक्टोज एवं ग्लूकोज शर्कराओं में निम्न प्रकार से करता है-
लैक्टोज `overset(B -" गैलेक्टोसाइडेज")(rarr)` ग्लूकोज + गैलेक्टोज
लैक -ऑपेरॉन (लैक = लेक्टोज) में पोलिसिसट्रॉनिक संरचनात्मक जीन (Polycistronic Structural Gene) का नियमन एक सामान्य प्रमोटर व नियामक जीन (Promoter and Regulatory Gene) द्वारा होता है। लैक-ऑपेरॉन एक नियामक जीन -`i` (i -gene) व तीन संरचनात्मक जीन (z, y व a) से मिलकर बना होता है। आई (i) जीन का तात्पर्य मंदक (Inhinitor) से है। इसमें आई (i) लैक-ऑपेरॉन में दमनकारी (Repressor) का कूटलेखन (Code) करता है। जो कोशिका हेतु बी-गैलक्टोसाइडेज (B -Galactosidase) की पारगम्यता को बढ़ाता है। जीन a द्वारा ट्रॉसएसिटिलेज का कूटलेखन होता है। इस प्रकार लैक-ऑपेरॉन को सभी तीनों जींस के उत्पाद लैक्टोज उपापचय हेतु आवश्यक है।
लैक्टोज एन्जाइम बी-गैलेक्टोसाइडेज (B -galactosidase) हेतु क्रियाधार का कार्य करता है जो ऑपेरॉन की सक्रियता के आरंभ (On) या निष्क्रियता समाप्ति (Off) को नियमित करता है इसे प्रेरक (Inducer) कहते हैं। कार्बन स्त्रोत जैसे ग्लूकोज की अनुपस्थिति में यदि जीवाणु संवर्धन माध्यम में लैक्टोज दाल दिया जाता है। तब परमियेज (Permease) क्रिया द्वारा लैक्टोज कोशिका के अंदर अभिगमन करता है। इसके पश्चात् लैक्टोज ऑपेरॉन को निम्न प्रकार से प्रेरित करता है-
ऑपेरॉन का दमनकारी आई (i) जीन द्वारा संश्लेषित होता है। दमनकारी प्रोटीन ऑपेरॉन के प्रचालक स्थल (Operator Region) से बंधकर RNA पॉलिमरेज़ को निष्क्रिय कर देता है जिससे ऑपेरॉन अनुलेखित (Transcribe) नहीं हो पता है। प्रेरक (Inducer) जैसे-लैक्टोज या आइसो लैक्टोज की उपस्थिति में दमनकारी प्रेरक से क्रिया कर निष्क्रिय हो जाता है। इसके फलस्वरूप RNA पॉलिमरेज़ Polymerase उन्नायक (Promoter) में बंधकर अनुलेखन को आरंभ करता है।