चित्रानुसार, OA = OB = 4 मीटर तथा OP = 3 मीटर|
तब `" "AP^(2)=OA^(2)+OP^(2)=4^(2)+3^(2)=25`
`therefore" "AP=5" मीटर "=BP`
मानलो `anglePAB=anglePBA=theta`
`therefore" "angleAPB = (180^(@)-2theta)=angleA_(1)PB_(1)`
अब कूलॉम के नियम से A पर स्थित `2muC` आवेश के कारण `3muC` आवेश पर बल
`F_(1)=9xx10^(9)(q_(1)q_(2))/(AP^(2))`
`=(9xx10^(9)xx2xx10^(-6)xx3xx10^(-6))/(5^(2))=(54)/(25)xx10^(-3)` ltBrgt `=2.16xx10^(-3)" न्यूटन "( vec(AP) "के अनुदिश ")`
इसी प्रकार B पर स्थित `2muC` आवेश के कारण `3muC` पर बल
`F_(2)=2.16xx10^(-3)" न्यूटन " vec(BP)` के अनुदिश
चूँकि `F_(1)=F_(2)`, अतः परिणामी बल
`F=2F_(1)cos (2theta)/(2)=2F_(1)cos theta`
समकोण `DeltaPOA` में, `cos theta=(OA)/(AP)=(4)/(5)`
`therefore" "F=2xx2.16xx10^(-3)xx(4)/(5)`
`=3.456xx110^(-3)` न्यूटन |
इस बल की दिशा `angleA_(1)PB_(1)` के अर्द्धक `PO_(1)` के अनुदिश होगी।