Correct Answer - Option 1 : श्रम
उपर्युक्त गद्यांश में श्रम को महत्व दिया गया है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (1) श्रम सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
- उपर्युक्त गद्यांश में कर्म को महत्व दिया गया है।
- अतः जो परिश्रमी होता है वही जीवन का असली आनंद प्राप्त करता है।
- सुख सुविधाओं के अभाव में ही उनका मूल्य ज्ञात होता है।
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श्रम
- साधारण बोलचाल की भाषा मे हम श्रम का अर्थ किसी कार्य को करने के लिए किए गए प्रयत्नों से लगाते है।
- अर्थशास्त्र मे श्रम मनुष्य के उन सभी शारीरिक तथा मानसिक प्रयत्नों को कहते है, जो धनोत्पादन की दृष्टि से किये जाते है, या धन कमाने के उद्देश्य से किये जाते है।