उत्तरी भारत के असम, पश्चिम बंगाल, बिहार तथा उत्तर प्रदेश राज्यों में बाढ़ का प्रकोप सर्वाधिक रहता है। इन प्रदेशों में एक ओर तो मूसलाधार वर्षा होती है, दूसरे जल के साथ पर्याप्त मिट्टी बहकर नदियों की तली में एकत्र हो जाती है, जिस कारण अवसादों के जमा होने से नदियों की तलहटी ऊँची हो जाती है, फलस्वरूप नदियों का जल अपनी घाटी के दोनों ओर फैलकर बाढ़ का रूप ले लेता है। इसके अतिरिक्त उत्तरी भारत में धरातल का ढाल भी अत्यन्त कम है, जो बाढ़ को प्रोत्साहित करता है। इन्हीं कारणों से उत्तरी भारत में वर्षा ऋतु में बाढ़ का प्रकोप अधिक रहता है।