ए/4/33, सामवेद,
शाहीबाग,
अहमदाबाद – 380004।
7 सितम्बर, 2020
प्रिय सुनील,
सप्रेम नमस्कार।
तुम्हारा पत्र मिला। नर्मदा योजना पूरी होने में हो रही देरी और इस पर बढ़ते जा रहे खर्च के बारे में तुम्हारी चिंता उचित है। तुम इस योजना को बंद कर देने के पक्ष में हो, परंतु तुम्हारा यह विचार उचित नहीं है। सरदार सरोवर के निर्माण में करोड़ों रुपये व्यय हो चुके हैं। क्या इतनी बड़ी धनराशि को यों ही बेकार जाने दिया जाए?
तुम्हें पता होना चाहिए कि यह योजना पूरी हो जाने पर गुजरात के अनेक भागों को पर्याप्त पानी मिल सकेगा। हमारे यहाँ कच्छ और सौराष्ट्र जैसे इलाके हमेशा जल के अभाव से जूझते रहे हैं। नर्मदा का पानी मिलने पर इन इलाकों को सिंचाई की सुविधा प्राप्त होगी और पेय जल भी उपलब्ध होगा। इस योजना से 4 लाख हेक्टर जमीन हरी-भरी होने का अनुमान है।
इसके साथ ही 26 हजार किलोवाट बिजली भी उपलब्ध होगी। इससे गुजरात के शहरों को ही नहीं, गाँवों को भी भरपूर विद्युत आपूर्ति हो सकेगी। इस विद्युत से राज्य के उद्योग फले-फूलेंगे। इसमें संदेह नहीं कि इस कल्याणकारी योजना से गुजरात देश का एक खुशहाल राज्य बन जाएगा। तुम्हें पता होगा गुजरात को इस योजना का लाभ मिलना प्रारंभ हो गया है।
क्या अब भी तुम इस योजना का विरोध करोगे? मैं तो ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि यह योजना यथासंभव शीघ्र पूरी हो। अपने परिवार में सबसे मेरा यथायोग्य कहना।
तुम्हारा ही,
प्रतीक सुरेका