बाजार में मिलती वैविध्यपूर्ण अनेक वस्तुओं की जानकारी के अभाव से ग्राहक वस्तु की सही पसंदगी में भूल करता है और अपने खर्चे का पूरा बदला प्राप्त नहीं कर सकता । उसका धन व्यर्थ जाता है और धोखाधड़ी का अफसोस करता है । हलकी वस्तुओं, बनावटी, मिलावटी, हल्की गुणवत्तावाली खाद्यवस्तुओं को खरीदकर अनेक रोगों को आमंत्रण देता है, जिससे स्वास्थ्य को नुकसान होता है । तोलमाप, मिलावट और बनावटी, धोखाधड़ी, मूल्यों में लूटपात और भ्रष्टाचारी अनैतिक तरीकों से समाज का नैतिक स्तर नीचा जाता है ।