समाज में सम्बन्धों के दो प्रकार प्रचलित हैं –
- सामाजिक सम्बन्ध।
- भौतिक सम्बन्ध।
1. सामाजिक सम्बन्ध: ये वे सम्बन्ध होते हैं जिनकी प्रधानता समाज में काफी होती है। इनके आधारों पर ही समाज में समस्त क्रियाओं का सम्पादन होता है। इन सम्बन्धों में ‘पारस्परिक जागरूकता’ पाई जाती है जिसके आधार व्यक्ति एक – दूसरे से सामाजिक रूप से व्यवहार करते हैं।
2. भौतिक सम्बन्ध: इन सम्बन्धों में मानसिक दशा का अभाव पाया जाता है तथा पारस्परिक जागरूकता भी नहीं पाई जाती है। यह सम्बन्ध वस्तुओं के मध्य पाए जाने वाले सम्बन्धों को दर्शाता है। जैसे – पेन, किताब, टेबिल आदि।