डेटाबेस मैनेजमेन्ट सिस्टम के कार्य (Functions of DBMS)-
- डेटाबेस मैनेजमेन्ट सिस्टम का प्रमुख कार्य विभिन्न प्रकार के आँकड़ों की जानकारी को उपयुक्त माध्यम से संग्रहण कर पुनः प्राप्त (access) करने का तरीका प्रदान करता है। जैसे एक स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की जानकारियों को निम्न प्रकार से सम्बन्धित किया जा सकता है। विद्यार्थी का नाम, अनुक्रमांक, पता, पिता का नाम, कक्षा, वर्ग, जन्म-तिथि आदि ।
- यह प्रणाली किसी संस्था की बड़ी सूचनाओं को समूह में विकसित कर इन सभी सूचनाओं को सुनियोजित तरीके से प्रबन्ध करती है।
- अपने उपयोगकर्ता के लिए डेटा का निर्माण, उसमें बदलाव (edit) एवं उसमें सुधार की सुविधा प्रदान करती है।
- यह एक समवर्ती प्रणाली है, जो एक ही समय पर अलग-अलग उपयोगकर्ताओं को एक ही डेटाबेस पर कार्य करने की सुलभता प्रदान करता है। इस प्रकार से डी. बी. एम. एस. मल्टीयूजर वातावरण को प्रेरित करता है।
- यह डेटा की सुरक्षा की दृष्टि से इसके वास्तविक उपयोगकर्ता को ही डेटा के प्रयोग करने की अनुमति प्रदान करता है। इस सुविधा के अनुसार उपयोगकर्ता अपने ही विभाग के डेटा पर कार्य कर पाता है जिससे दूसरे विभागों की सूचनाओं की सुरक्षा बनी रहती है।
- यह डेटा में सामंजस्य स्थापित करता है एवं अनावश्यक डेटा को कम करता है जिससे डेटा विस्तृत हो जाते हैं। इस विस्तृत डेटा से निर्णय लेने में आसानी रहती है।
- डी. बी. एम. एस. अपने उपयोगकर्ता को विविध व्यूज (Views) उपलब्ध करता है। जैसे सेल्स (Sales) विभाग के उपयोगकर्ता को स्क्रीन अलग दिखाई देगी एवं लेखा शाखा के उपयोगकर्ता को अलग। इसके अनुसार एक ही डेटाबेस के माध्यम से उपयोगानुसार डेटा को काम में लिया जा सकता है।