सन् 2011 में भारत की कुल जनसंख्या में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत 31.2 रहा। राज्य तथा केन्द्रशासित प्रदेशों में नगरीय जनसंख्या के इस प्रतिशत में पर्याप्त भिन्नताएँ मिलती हैं जिसके आधार पर भारत को निम्नलिखित 5 वर्गों में विभक्त किया जा सकता है –
1. 50 प्रतिशत से अधिक नगरीय जनसंख्या वाले राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश: सन् 2011 में इस वर्ग में गोवा (62.2%) तथा मिजोरम (52.1%) राज्य तथा दिल्ली (97.5%), चण्डीगढ़ (97.3%), लक्षद्वीप (78.1%), दमन व दीव (75.2%) तथा पांडिचेरी (68.3%) नामक केन्द्र शासित प्रदेश सम्मिलित रहे।
2. 40 से 50 प्रतिशत नगरीय जनसंख्या रखने वाले राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश: सन् 2011 में इस वर्ग में तमिलनाडु (48.4%), केरल (47.7%), महाराष्ट्र (45.2%), गुजरात (426%) नामक राज्य तथा दादरा-नगर हवेली (46.7) नामक केन्द्र शासित प्रदेश सम्मिलित रहे।
3. 30 से 40 प्रतिशत नगरीय जनसंख्या रखने वाले राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश: सन् 2011 में इस वर्ग में कर्नाटक (38.7%), पंजाब (37.5%), हरियाणा (34.9%), आन्ध्र प्रदेश (33.4%), मणिपुर (32.5%), प. बंगाल (31.9%) तथा उत्तराखण्ड (30.2%) राज्यों के अलावा अण्डमान-निकोबार द्वीप समूह नामक केन्द्र शासित प्रदेश सम्मिलित रहे।
4. 20 से 30 प्रतिशत नगरीय जनसंख्या रखने वाले राज्य: सन् 2011 में इस वर्ग में नागालैण्ड (28.9%), मध्य प्रदेश | (27.6%), जम्मू-कश्मीर (27.4%), त्रिपुरा (26.2%), सिक्किम (25.2%), राजस्थान (24.9%), झारखण्ड (240%), छत्तीसगढ़ (23.2%), अरुणाचल प्रदेश (22.9%), उत्तर प्रदेश (22.3%) तथा मेघालय (20.1%) राज्य सम्मिलित रहे।
5. 20 से कम प्रतिशत नगरीय जनसंख्या रखने वाले राज्य: सन् 2011 में इस वर्ग में उड़ीसा (16.7%), असम ।, (14.1%), बिहार (11.3%) तथा हिमाचल प्रदेश (10.0%) नामक राज्य सम्मिलित रहे।
