भौगोलिक सूचना तंत्र से निम्नलिखित दो प्रकार के आंकड़े प्राप्त होते हैं –
1. स्थानीय आंकड़े जिन्हें उनकी स्थिति, रेखा, क्षेत्रीकरण एवं बनावट के आधार पर दिखाया जाता है।
2. गैर-स्थानीय आंकड़े जिनमें मात्रा, संख्या तथा विशेष विवरण होता है। भौगोलिक सूचना तंत्र में गुण और उनकी मदें अथवा वर्ग होते हैं। बांयी ओर गैर-स्थानिक आंकड़े प्रदर्शित होते हैं, जबकि दाहिनी और स्थानिक आंकड़े जैसे राज्यों की जनसंख्या, सारक्षता आदि को प्रदर्शित किया जाता है।