निम्नांकित पद्यांश से पूछे गये प्रश्नों का उत्तर दें :
"हुँकारों से महलों की नींद उखड़ जाती,
साँसों के बल से ताज हवा में उड़ता है,
जनता की रोके राह, समय में ताव कहाँ?
वह जिधर चाहती, काल उधर ही मुड़ता है।"
(i) प्रस्तुत पंक्तियाँ किस पाठ से उद्धृत हैं?
(ii) इन पंक्तियों के रचनाकार कौन हैं?
(iii) इस पद्यांश का भाव अपने शब्दों में लिखें।