Use app×
Join Bloom Tuition
One on One Online Tuition
JEE MAIN 2026 Crash Course
NEET 2026 Crash Course
CLASS 12 FOUNDATION COURSE
CLASS 10 FOUNDATION COURSE
CLASS 9 FOUNDATION COURSE
CLASS 8 FOUNDATION COURSE
+2 votes
163 views
in Hindi by (43.0k points)
closed by

NCERT Solutions Class 9, Hindi, Sprash, पाठ- 7, दोहे

To master this chapter and achieve success in CBSE exams and competitive tests, utilizing NCERT Solutions is highly advised. These meticulously designed solutions, created by subject matter experts, provide comprehensive explanations of fundamental concepts covered in the chapter. They are tailored to perfectly match the current CBSE syllabus, thereby facilitating comprehensive preparation.

This article delves into the importance of NCERT solutions for Class 9 Hindi, analyzing how they are structured and applied effectively in real-life situations.

In these NCERT Solutions for Class 9 Hindi, we have discussed all types of NCERT intext questions and exercise questions.

Our NCERT Solutions for Class 9 Hindi provide detailed explanations to assist students with their homework and assignments. Proper command and ample practice of topic-related questions provided by our NCERT solutions is the most effective way to achieve full marks in your exams subjects like Science, Maths, English and Hindi will become easy to study if you have access to NCERT Solution. Begin studying right away to ace your exams.

Now, all solutions and practice questions are readily accessible, ensuring convenience whenever you require them.

2 Answers

+2 votes
by (43.0k points)
selected by
 
Best answer

NCERT Solutions Class 9, Hindi, Sprash, पाठ- 7, दोहे

लेखक - रहीम

प्रश्न अभ्यास 

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिये - 

(क) प्रेम का धागा टूटने पर पहले की भांति क्यों नही हो पाता?

उत्तर

प्रेम का धागा एक बार टूटने के बाद उसे दुबारा जोड़ा जाए तो उसमे गाँठ पड़ जाती है। वह पहले की भाँती नही जुड़ पाती, इसमें अविश्वास और संदेह की दरार पड़ जाती है।

(ख) हमें अपना दुख दूसरों पर क्यों नहीं प्रकट करना चाहिए? अपने मन की व्यथा दूसरों से कहने पर उनका व्यवहार कैसा हो जाता है?

उत्तर

हमें अपना दुख दूसरों पर इसलिए प्रकट नही करना चाहिए क्योंकि इससे कोई लाभ नही है। अपने मन की व्यथा दूसरों से कहने पर वे उसका मजाक उड़ाते हैं।

(ग) रहीम ने सागर की अपेक्षा पंक जल को धन्य क्यों कहा है?

उत्तर

रहीम ने सागर की अपेक्षा पंक जल को धन्य इसलिए कहा है क्योंकि छोटा होने के वावजूद भी वो लोगों और जीव-जंतुओं की प्यास को तृप्त करता है। सागर विशाल होने के बाद भी किसी की प्यास नही बुझा पाता।

(घ) एक को साधने से सब कैसे सध जाता है?

उत्तर

कवि की मान्यता है कि ईश्वर एक है। उसकी ही साधना करनी चाहिए। वह मूल है। उसे ही सींचना चाहिए। जैसे जड़ को सीचने से फल फूल मिल जाते हैं उसी तरह एक ईश्वर को पूजने से सभी काम सफल हो जाते हैं। केवल एक ईश्वर की साधना पर ध्यान लगाना चाहिए।

(ड़) जलहीन कमल की रक्षा सूर्य भी क्यों नही कर पाता?

उत्तर

जलहीन कमल की रक्षा सूर्य भी इसलिए नही कर पाता क्योंकि उसके पास अपना कोई सामर्थ्य नही होता। कोई भी उसी की मदद करता है जिसके पास आंतरिक बल होता है नही तो कोई मदद करने नही आता। 

(च) अवध नरेश को चित्रकूट क्यों जाना पड़ा?

उत्तर

अवध नरेश अर्थात् श्रीराम को चित्रकूट इसलिए जाना पड़ा क्योंकि उन्हें माता-पिता की आज्ञा का पालन करने के लिए चौदह वर्षों तक वनवास भोगना था। उसी वनवास के दौरान उन्हें चित्रकूट जैसे रमणीय वन में रुकने का अवसर मिला।

(छ) 'नट' किस कला में सिद्ध होने के कारण ऊपर चढ़ जाता है?

उत्तर

नट स्वयं को समेटकर, सिकोड़कर तथा संतुलित करने के कारण कुंडली में से निकल जाता है और तार पर चढ़ जाता है।

(ज)'मोती, मानुष, चून' के संदर्भ में पानी के महत्व को स्पष्ट कीजिए।

उत्तर

 ‘मोती’ के संदर्भ में ‘पानी’ का अर्थ है-चमक। रहीम का कहना है कि चमक के बिना मोती का कोई मूल्य नहीं होता।

‘मानुष’ के संदर्भ में ‘पानी’ का अर्थ है-आत्म-सम्मान। रहीम का कथन है कि आत्म-सम्मान के बिना मनुष्य का कोई मूल्य नहीं होता।

‘चून’ के संदर्भ में पानी का महत्त्व सर्वोपरि है। बिना पानी के आटे की रोटी नहीं बनाई जा सकती। इसलिए वहाँ पानी का होना अनिवार्य है।

2. निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए −

(क) टूटे से फिर ना मिले, मिले गाँठ परि जाय।

उत्तर

कवि इस पंक्ति द्वारा बता रहा है की प्रेम का धागा एक बार टूट जाने पर फिर से जुड़ना कठिन होता है। अगर जुड़ भी जाए तो पहले जैसा प्रेम नही रह जाता। एक-दूसरे के प्रति अविश्वास और शंका होती रहती है।

(ख) सुनि अठिलैहैं लोग सब, बाँटि न लैहैं कोय।

उत्तर

भाव यह है कि जब हम सहानुभूति और मुद्रदै पाने की आशा से अपना दुख दूसरों को सुनाते हैं तो लोग सहानुभूति दर्शाने और मदद करने की अपेक्षा हमारा मजाक उड़ाना शुरू कर देते हैं। अतः दूसरों को अपना दुख बताने से बचना चाहिए।

(ग) रहिमन मूलहिं सींचिबो, फूलै फलै अघाय।

उत्तर

भाव यह है कि किसी पेड़ से फल-फूल पाने के लिए उसके तने, पत्तियों और शाखाओं को पानी देने के बजाय उसकी जड़ों को पानी देने से ही वह खूब हरा-भरा होता है और फलता-फूलता है। इसी तरह एक समय में एक ही काम करने पर उसमें सफलता मिलती है।

(घ) दीरघ दोहा अरथ के, आखर थोरे आहिं।

उत्तर

भाव यह है कि किसी वस्तु का आकार ज्यादा महत्त्वपूर्ण नहीं होता है, महत्त्व होता है उसमें निहित अर्थ का। दोहे का महत्त्व इसलिए है कि वह कम शब्दों में गूढ़ अर्थ समेटे रहता है।

(ङ) नाद रीझि तन देत मृग, नर धन हेत समेत।

उत्तर

भाव यह है कि प्रसन्न होने पर मनुष्य ही नहीं, पशु भी अपना तने तक दे देते हैं परंतु कुछ मनुष्य पशुओं से भी बढ़कर पशु होते हैं। वे धन के लिए अपना सब कुछ दे देते हैं।

(च)  जहाँ काम आवे सुई, कहा करे तरवारि।

उत्तर

भाव यह है कि वस्तु की महत्ता उसके आकार के कारण नहीं, बल्कि उसकी उपयोगिता के कारण होती है। छोटी से छोटी वस्तु का भी अपना महत्त्व होता है, क्योंकि जो काम सुई कर सकती है उसे तलवार नहीं कर सकती है।

(च) पानी गए न उबरै, मोती, मानुष, चून।

उत्तर

भाव यह है कि मनुष्य को सदैव पानी बचाकर रखना चाहिए क्योंकि पानी (चमक) जाने पर मोती साधारण पत्थर, सी रह जाती है, पानी (इज्जत) जाने पर मनुष्य स्वयं को अपमानित-सा महसूस करता है और पानी (जल) न रहने पर आटे से रोटियाँ नहीं बनाई जा सकती हैं।

3. निम्नलिखित भाव को पाठ में किन पंक्तियों द्वारा अभिव्यक्त किया गया है −

(क) जिस पर विपदा पड़ती है वही इस देश में आता है।

उत्तर

''जा पर बिपदा पड़त है, सो आवत यह देस।''

(ख) कोई लाख कोशिश करे पर बिगड़ी बात फिर बन नहीं सकती।

उत्तर

''बिगरी बात बनै नहीं, लाख करौ किन कोय।''

(ग) पानी के बिना सब सूना है अत: पानी अवश्य रखना चाहिए।

उत्तर

''रहिमन पानी राखिए, बिनु पानी सब सून।''

+2 votes
by (43.0k points)

4. उदाहरण के आधार पर पाठ में आए निम्नलिखित शब्दों के प्रचलित रूप लिखिए − उदाहण : कोय − कोई , जे - जो

  1. ज्यों – ……….
  2. कछु – ………
  3. नहीं – ………
  4. कोय – ……..
  5. धनि – ……….
  6. आखर – ………
  7. जिय – ……….
  8. थोरे – ……..
  9. होय – ………
  10. माखन – ……….
  11. तरवारि – ………..
  12. सचिबो – ………….
  13. मूलहिं – ……….
  14. पिअत – ……….
  15. पियासो – ……….
  16. बिगरी – ……….
  17. आवे – ………
  18. सहाय – ……….
  19. ऊबरै – ………..
  20. बिनु – ………
  21. बिया – ……….
  22. अठिलैहैं – ………..
  23. परिजाय – ………..

उत्तर

  1. ज्यों – जैसे
  2. कुछ – कछु
  3. नहिं – नहीं
  4. कोय – कोई
  5. धनि – धनी
  6. आखर – अक्षर
  7. जिय – जी
  8. थोरे – थोडे
  9. होय – होना
  10. माखन – मक्खन
  11. तरवारि – तलवार
  12. सींचिबो – सिंचाई करना
  13. मूलहिं – मूल
  14. पिअत – पीना
  15. पियासो – प्यासा
  16. बिगरी – बिगड़ी
  17. आवे – आए
  18. सहाय – सहायक
  19. ऊबरै – उबरना
  20. बिनु – बिना
  21. बिथा – व्यथा
  22. अठिलैहैं – अठखेलियाँ
  23. परिजाय – पड़ जाए

Welcome to Sarthaks eConnect: A unique platform where students can interact with teachers/experts/students to get solutions to their queries. Students (upto class 10+2) preparing for All Government Exams, CBSE Board Exam, ICSE Board Exam, State Board Exam, JEE (Mains+Advance) and NEET can ask questions from any subject and get quick answers by subject teachers/ experts/mentors/students.

Categories

...