(a) Cr(H2O)4Br2]Cl का आयनन समावयव होगा: [Cr(H2O)4BrCI]Br
(b) [Ni(CN4)]2- में Ni का ऑक्सीकरण अंक = + 2 एवं उप सहसंयोजन संख्या = 4 है।
Ni+2 का विन्यास = [Ar]3d8 4s0 4p0

अत: यह निम्न चक्रण संकुल यौगिक बनता है। संकुल में अयुग्मित इलेक्ट्रॉन नहीं होने के कारण यह प्रतिचुम्बकीय व्यवहार प्रदर्शित करता है।