मेथिलेमीन एनिलीन की तुलना में प्रबल क्षारीय होती है। CH3 समूह के + I प्रभाव के कारण N पर इलेक्ट्रॉन घनत्व बढ़ता है, जिससे क्षारीय प्रवृत्ति बढ़ती है जबकि ऐनिलीन अनुनाद के कारण स्थायी हो जाता है अतः इलेक्ट्रॉन त्यागने की प्रवृत्ति घटती है एवं क्षारकता घटती है।