मान लो संधियों B तथा C पर ताप क्रमश: T1 तथा T2 है। चूंकि विकिरण के कारण ह्रास नगण्य है, अतः स्थायी अवस्था में पूरे निकाय में प्रवाहित ऊष्मा की दर समान होगी इसलिये,

या
200 - T1 = 2T1 - 2T2 = 1.5T - 27
पहले दो पद लेने पर
200 - T1 = 2T1 - 2T2
3T1 - 2T2 = 200 .............. (4)
दूसरे तथा तीसरे पद से
2T1 - 3.5T2 = -27 ................. (5)
समीकरण (4) तथा (5) को हल करने पर
T1 = 116°C, T2 = 74°C