24. गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए : 4 स्त्रियों की शिक्षा का स्वरूप पुरुषों की शिक्षा के स्वरूप से अलग रहना चाहिए। कताई, बुनाई, सिलाई, कटाई आदि की शिक्षा तो उन्हें दी ही जाए, कितु इसी के साथ उन्हें कुटीर उद्योगों में भी निपुण बनाया जाना चाहिए, जिससे कि बुरा समय आने पर वे किसी की मोहताज न रहें। स्त्रियों को शिक्षित करने से हमारा घर स्वर्ग बन सकता है। नासमझ और फूहड़ औरतों से परिवार के परिवार तबाह हो जाते हैं। जिस घर की स्त्रियाँ सुशिक्षित और सुसंस्कृत होती हैं, वे घर जिदा विश्वविद्यालय होते हैं। शिक्षा का अर्थ किताबी ज्ञान ही नहीं है और न ही अक्षरज्ञान है, वह तो जीने की कला है। प्रश्न : ( 1 ) शिक्षा का अर्थ क्या है ? (2) बुरे समय में स्त्रियाँ स्वावलम्बी कैसे रह सकती है ? (3) इस परिच्छेद के लिए उचित शीर्षक दीजिए। (4) स्त्रियों को शिक्षित करने से हमारा घर कैसा बन सकता है?