कुछ रचनाकारों की रचनाओं में स्वयं की अनुभूति से उत्पन्न विचार होते हैं और कुछ अनुभवों से प्राप्त विचारों को लिखा जाता है। इसके साथ ऐसे कारण (बाह्य दबाव) भी उपस्थित हो जाते हैं जिससे लेखक लिखने के लिए प्रेरित हो उठता है। ये बाह्य-दबाव हैं-
1. सामाजिक परिस्थितियाँ
2. आर्थिक लाभ की आकांक्षा
3. प्रकाशकों और संपादकों का पुनः-पुनः का आग्रह
4. विशिष्ट के पक्ष में विचारों को प्रस्तुत करने का दबाव