राम युद्ध में विजय प्राप्त करने में संदेह कर रहे हैं। महाशक्ति दुर्गा को रावण के साथ देखकर वह अपनी हार की सम्भावना से व्यथित और विचलित हैं। तब जाम्बवान आत्मविश्वास और दृढ़ता के साथ राम को परामर्श देते हैं कि वह महाशक्ति दुर्गा की पूजा करें। रावण ने पूजा करके शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त किया है। राम को आराधना का उत्तर आराधना से ही देना चाहिए। महाशक्ति को साथ पाकर यदि अधर्मी रावण लोगों को आतंकित कर सकता है, तो राम भी उस पर विजय पा सकते हैं। उनको भी शक्ति की पूजा करनी चाहिए।