टंगस्टन के तार के (जो की कृष्णिका नहीं है) प्रति एकांक पृष्ट -क्षेत्रफल से प्रति सेकण्ड उत्सर्जित ऊर्जा
`" " =sigma T^(_4) e `
जहाँ T परम् ताप,`sigma ` स्टीफन-नियतांक तथा e उत्सर्जन-क्षमता है। यदि तार का क्षेत्रफल A हो, तब तार की ऊर्जा-उत्सर्जन की दर (अर्थात विकिरण-दर)
` " " Q =sigma T^(4) xxexxA `
यदि तार की त्रिज्या r तथा l हो तब तार का पृष्ट -क्षेत्रफल
`" " A =2pi rxxl `
प्रश्नानुसार, r =0 । 005 मिमी `=5xx10^(-3) ` मिमी `=5xx10^(-6)` मीटर तथा l =20 सेमि =0 । 20 मीटर।
` therefore A =2xx3।14xx(5xx10^(-6) )xx(0।20)=6।28xx10^(-6) ` मीटर `"" ^(2 )`।
उत्सर्जन-क्षमता,e =आदर्श कृष्णिका का 36 % =`(36)/(100) xx1=0।36`
`" " therefore ` तार की विकिरण दर `sigma T^(_4) xxe xx A`
`" " =(5।67xx10^(-8) वाट //मी ^(2) -K ^(-4) )xx(2500K )^(4) ` lt brgt ` " " xx0।36xx(6।28xx10^(-6) मी ^(2))` lt brgt `" " =5।00` वाट।